Sharda sinha: लोक गायिका शारदा सिन्हा 72 वर्ष की उम्र में ICU में भर्ती।

बिहार की जन्मी सुर कोकिका शारदा सिन्हा दिल्ली AIIMS में भर्ती। 72 वर्ष की आयु में दिल्ली के ICU में उनका इलाज चल रहा है। उनके पुत्र ने इसकी जानकारी मीडिया को दी है। हाल में ही उनके पति का देहांत सितंबर महीने में हुआ था जिनका नाम ब्रज किशोर सिंह था। उनकी मृत्यु ब्रेन हेमरेज के कारण हुई थी। बिहार में छठ पूजा नजदीक है और हम बिहारियों का छठ पूजा बिना शारदा सिन्हा के गाने के संभव ही नहीं है। उनके गाये गीत के बिना सुना सुना लगता है।

Sharda sinha: उनके जीवनी के बारे में:-

शारदा सिन्हा का जन्म बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव में 1 अक्टूबर 1952 को हुआ था। सिहमा गांव जो के बेगुसराय जिले में पड़ता है, शारदा सिन्हा का ससुराल है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मैथिली लोक गीत से की थी। उन्होंने भोजपुरी में भी खूब गीत गाए है, साथ ही हिंदी फिल्मों में भी बहुत से गाने गाए है जो अभी भी लोगो की जुबान पर गुनगुनाए जाते है, जैसे के मैने प्यार किया जो के 1989 में रिलीज हुई थी और सलमान खान की बेहद प्रसिद्ध फिल्मों से एक थी के गाने कहे तो से सजना की …आज भी दिल को छू जाती है। इसके अलावा हम आपके है कौन में भी अपने गाने से फिल्म में चार चांद लगा दिया था। 1991 के वर्ष में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया और वर्ष 2018 में पद्मभूषण से नवाजा गया था। छठ पूजा में शारदा सिन्हा के गाए गीत अक्सर सुनने को मिलते है।

Sharda Sinha:उनके द्वारा गाये गीत

यू तो कितने ही गीत शारदा सिन्हा जी ने गाएं है परंतु वर्ष 1978 में शारदा सिन्हा जी ने सबसे पहली बार छठ पूजा पर गीत गया था जिसकी धुन कुछ इस प्रकार थी ‘ उगा हो सूरज देव’ आज भी जब भी सुना जाता है मन को मोह लेता है। इसी प्रकार उनका एक गान है ‘ बबूल जो तुमने सिखाया जो तुमसे पाया अपने घर ले चली’ जो के हम आपके है कौन फिल्म का गाना है, आज भी सुनने पर लोग इमोशनल होकर अपनी शादी के समय को याद करते है। आज के समय भी शायद ही ऐसी कोई शादी हो जिसमें यह गाना नहीं बजता हो।

बिहार की मिट्टी में जन्मी सुर कोकिला को राष्ट्रीय पुरस्कार तो मिले ही है साथ ही बिहार में भी कई पुरस्कारों से सुसज्जित किया गया है। बिहार गौरव का पुरस्कार 1987 में मिला था, वर्ष 1988 में बिहार रत्न नाम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गीत गायकी के साथ साथ कुछ फिल्मों में उन्होंने एक्टिंग में भी जोर आजमाया है। हिंदी फिल्म माई जो के वर्ष 1989 में ही रिलीज हुई थी इस फिल्म में एक्टिंग कर के उन्होंने यह भी साबित किया के एक्टिंग के क्षेत्र में भी को किसी से कम नहीं है। गैंग्स ऑफ वासेपुर का फेमस गाना ‘तार बिजली से पतले हमारे पिया’ भी शारदा सिन्हा के द्वारा ही गाया गया है जिसमें सैकड़ों रिल्स सोशल मीडिया पर वायरल है।

उनका इलाज अभी दिल्ली के AIIMS में चल रहा है और डॉक्टरों की पूरी टीम उन्हें जल्द से जल्द ठीक करने में लगी हुई है। सूत्रों की माने तो उनकी तबियत पिछले एक सप्ताह से खराब चल रही है। सूत्रों के हवाले से यह भी ज्ञात हुआ है के हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले उन्हें खाने पीने भी दिक्कत हो रही थी। शारदा सिन्हा जी के जीवन काल में उनके पति और पिता दोनों का बहुत योगदान रहा है। इसी महीने एक अक्टूबर को उन्होंने अपना 72वा जन्मदिन बरी उल्लास से मनाया था। हम सभी की प्राथना है की बिहार की बेटी सुर कोकिला जल्द से जल्द ठीक होकर अपने घर लौटे। खबर भास्कर की पूरी टीम की यह कामना है के उनका स्वास्थ्य जल्द ही ठीक हो।

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