Flight mystery: दोस्तो क्या आपको पता है के आज के समय में सबसे तेज यातायात का कोई साधन है तो वह है हवाई जहाज जो पल भर में कही भी विश्व के एक कोने से दूसरे कोने तक आसानी से पहुंचा देता है वो भी काफी कम समय में।
जो हवाई जहाज आसमान को चीरते हुए कही भी आसानी से उड़ान भरता है, लगभग 1000 किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा की स्पीड रहती है वो हवाई जहाज चाह कर भी ऐसी दो जगह है विशुन जहां से कभी भी उड़ान नहीं भर सकती है। वो जगह है पहला तो प्रशांत महासागर के ऊपर और दूसरा हिमालय के ऊपर से।
आइए जानते है इनके बारे में एक एक कर के।
Flight mystery: प्रशांत महासागर के ऊपर से क्यों नहीं उड़ती हवाई जहाज।
दोस्तो विश्व के एक कोने से दूसरे कोने में जाने के लिए हवाई जहाज एक बहुत ही सुगम साधन है लेकिन प्रशांत महासागर के ऊपर से हवाई जहाज कभी भी उड़ान नहीं भरते इसकी वजह है इसका विशाल क्षेत्र। दोस्तो पृथ्वी का 75% हिस्सा पानी से घिरा हुआ है और इसमें भी सबसे बड़ा प्रशांत महासागर है। इसकी विशालता ही कारण है के इसके ऊपर से कोई भी हवाई जहाज उड़ान भरने की हिम्मत नहीं करता है। एक तो अगर महासागर से ऊपर उड़ते हुए हवाई मार्ग को बनाया जाए तो यह सबसे लंबा मार्ग साबित होगा इसमें ईंधन भी काफी खर्च होगा और हवाई कियाए में बढ़ोतरी होगी जो यात्रियों को काफी महंगा साबित होगा।
दूसरा अगर प्रशांत महासागर के ऊपर से उड़ान भरी जाए तो इसमें कही भी जमीन नहीं पड़ता सिर्फ और सिर्फ पानी ही पानी और अगर ऐसी स्तिथि हुई के हवाई जहाज को इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी तो यह बहुत ही खतरनाक साबित होगा और जान माल की हानी होगी।
Flight mystery: हवाई जहाज हिमालय के ऊपर से कभी भी उड़ान नहीं भरते है।
दोस्तो दूसरी जगह है हिमालय, जहां के उपर से कभी भी हवाई जहाज उड़ान नहीं भरते है। इसका कारण इसकी विशाल ऊंचाई है। दोस्तो हवाई जहाज अकसर तीस हजार की फिट पर उड़ान भरते है और हिमालय के ज्यादातर पहाड़ 21 हजार फीट ऊंचे होते है और हिमालय की ऊंचाई तो 30 हजार फीट ही है। और ऐसी स्तिथि में कोई हवाई जहाज कैसे उड़ान भर सकता है। इस जगह पर भी कमोबेश यही स्तिथि है के अगर उड़ान भरते समय अगर हवाई जहाज को इमरजेंसी लैंडिंग की जरूरत पड़ी तो यह कोई भी समतल मैदान नहीं है और कोई एयरपोर्ट भी नहीं है।
तो दोस्तो हमने आज जाना कि क्यों इन दो जगह के ऊपर से उड़ान भरना असंभव है हवाई जहाज के लिए। ऐसी ही रोचक जानकारी के लिए बने रहे खबर भास्कर के साथ।