अदभुत लाभ मिलता है इन ड्राई फ्रुट्स के उपयोग से। देखे इसके चमत्कारिक फायदे

Arnav Patel
Khabar Bhaskar

यू तो हमारे भारतीय संस्कृति में ड्राई फ्रुट्स का चलन काफी पुराना है। इसका उपयोग काफी लंबे समय से होता आ रहा है। पहले के जमाने में फलों को सूखा कर संरक्षित करने की परंपरा रही है। यह स्वादिष्ट होने के साथ ही बहुत गुणकारी और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते है। इनका अगर सही से इस्तेमाल किया जाए तो शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते है। आजकल के भागदौड़ वाली जिंदगी में जहा अच्छा पौष्टिक खाना नहीं मिल पाता है, अगर ड्राई फूट्स का सेवन निरंतर किया जाए तो शरीर में जरूरी विटामिन मिनिरल्स की कमी को इसके सेवन करने से पूरा किया जा सकता है।
यू तो मार्केट में कई तरह के ड्राई फ्रुट्स उपलब्द है। परंतु आज हम यहां खास चार की बात करेंगे जिनके नियमित इस्तेमाल से काफी लाभ मिलता है। हम यहां पर जानेंगे के अंजीर, बड़ा बादाम, किशमिश और अखरोट का सेवन कैसे और कब करने से ज्यादा लाभ मिलता है और शरीर में क्या क्या बदलाव देखने को मिलता है। आजकल के भागदौड़ वाली जिंदगी में अक्सर लोग थकान, सिरदर्द, पेट की विभिन्न समस्या, त्वचा की परेशानी इन जैसी चीजों से परेशान रहते है। अगर बताए गए ड्राई फ्रुट्स का सेवन पहले रात में भिगो कर फिर सुबह उसको खाने से प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलते है। आयुर्वेद के अनुसार भी इन सूखे फलों को गुणकारी बताया गया है। इसका विशेष लाभ तब ज्यादा मिलता है जब इन्हें एक तय मात्रा में सुबह सुबह लिया जाए। सबसे बड़ी बात यह है के यह हमे कुदरती रूप से मिलता है और इनमें किसी भी तरह की मिलावट की समस्या नहीं रहती है।
आइए आगे जानते है कैसे इसका सेवन कैसे करे। बात सबसे पहले बादाम की करे तो इसमें भरपूर मात्रा में कॉपर, मैग्नीशियम, फास्फोरस और सेलेनियम पाया जाता है।
सेलेनियम में वो तत्व पाया जाता है जो नाखून और बाल के लिए काफी लाभदायक है। बादाम में प्रचुर मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है जो आंखों के लिए बहुत लाभदायक है। दिल की सेहत को भी तंदरुस्त रखने में बहुत काम आता है बादाम का सेवन। साथ ही दांतों को भी मजबूत बनाता है। दिमाग की सेहत को तंदरुस्त रखने में भी इसका बहुत बड़ा योगदान रहता है क्योंकी इसमें कम कारोबाइड्रेट और प्रोटीन ज्यादा मिलता है, अच्छे फैट और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, वजन कम करने में भी बहुत फायदेमंद होता है। देसी बादाम में ओमेगा3 की मात्रा अधिक होती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक है।
आगे हम बात करेंगे अंजीर के विषय में जो पेट की सेहत के लिए रामबाण है। किसी भी तरह की पेट की समस्या में अंजीर बहुत ही लाभप्रद है। इसके इस्तेमाल से मल सही से शरीर के बाहर निकल जाता है। पुरुषों और स्त्रियों दोनों की प्रजनन क्षमता को बनाए रखने में अंजीर बहुत ही कारगर होता है। अंजीर के नियमित इस्तेमाल से त्वचा संबंधी परेशानियों से निजात मिलता है क्यों के इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जो सूर्य की विकिरणों को अंदर प्रवेश करने से रोकते है। कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियमित रखने ने भी अंजीर बहुत कारगर होता है साथ ही लीवर को भी तंदरुस्त रखने में मदत करता है।
अगला नंबर अखरोट का आता है। जैसा कि इसकी संरचना देखने में दिमाग के आकर का लगता है, कुदरत का संयोग ही है जिससे यह सुखा फल दिमाग की सेहत के लिए कुदरत के किसी करिश्में से कम नहीं है। अखरोट में भी ओमेगा3 की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जिससे दिमाग की सेहत को बनाए रखने में काफी लाभकर है। बहुत से स्ट्डीज में यह भी पाया गया है के कैंसर के सेल से करने की क्षमता अखरोट में होती है।
अंत में हम चौथे सीखे फल की बात करेंगे जो के किशमिश है। किशमिश के नियमित इस्तेमाल से शरीर में थकान को भागता है। जिन्हें चक्कर आने की समस्या हो, बीपी लो रहता हो, खून की कमी हो आयरन हीमोग्लोबिन की कमी हो, किशमिश के इस्तेमाल से बहुत लाभ मिलता है।
अंत में आइए जानते है इन्हें उपयोग कैसे करे: एक कटोरी पानी में अखरोट और बादाम को रात भर भिगो कर रखे वही दूसरी कटोरी में किशमिश और अंजीर को एक साथ भिगोने के लिए छोड़ दे। सुबह उठा कर मल त्यागने के बाद खाली पेट बादाम के छिलके को हटा कर साथ ही अखरोट से भी जितना हो सके छिलके को निकाल कर एवं किशमिश और अंजीर इन चारों को एक साथ चबा चबा कर खाए साथ में किशमिश अंजीर वाले पानी को भी पिए किन्तु जिस पानी में अखरोट और बादाम भिगोया था उसे फेक दे। इन चारों को इतना चबा चबा कर खाए के एकदम तरल रूप में पेट के अंदर जाए।
दोस्तो ऊपर बताए गए नुस्खे को एक महीने इस्तेमाल कर के देखे और अपने शरीर के अंदर होने वाले प्रतिकूल बदलाव को देखे काफी अच्छा महसूस होगा।

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